Desh Bhakti Shayari
khushnaseeb hai wo log
खुशनसीब होते हैं वो लोग
जो इस देश पर कुर्बान होते हैं
जान देके भी वो लोग अमर हो जाते हैं
करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को
जिनके कारन इस तिरंगे का मान होता है

aao jhuk kar kare salam
आओ झुक कर करें सलाम उन्हें
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है
कितने खुशनसीब हैं वो लोग
जिनका खून वतन के काम आता हैं

sahido ki kurbani
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे

mandir maszid
संस्कार और संस्कृति की शान मिले ऐसे, हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे हम मिलजुल के रहे ऐसे कि मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम बसे जैसे

hindu muslim
मैं मुस्लिम हूँ, तू हिन्दू है, हैं दोनों इंसान, ला मैं तेरी गीता पढ़ लूँ, तू पढ ले कुरान, अपने तो दिल में है दोस्त, बस एक ही अरमान, एक थाली में खाना खाये सारा हिन्दुस्तान
