Bharosa Shayari
Log Badal Jate Hain Sach Hai
लोग बदल जाते हैं सच है मैंने देखा है भरोसा करके मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं गलती मेरी ही थी जो मैंने इतना भरोसा किया ज़िन्दगी में सबसे ज़्यादा दर्द दिल टूटने पे नहीं भरोसा टूटने पे होता है

Shayari On Bharosa
मुंह से माफ करने में किसी को वक्त नही लगता पर दिल से माफ करने में उम्र बीत जाती है
भरोसा दूसरों पर रखो तो गम दे जाता हैं भरोसा ख़ुद पर रखो तो ताकत बन जाता हैं

Vishwas Karne Wale Se Zyadah Bewaqoof
विश्वास करने वाले से ज्यादा बेवकूफ विश्वास तोड़ने वाला होता है क्योंकि वह अपने छोटे से स्वार्थ के लिए एक प्यारे इंसान को खो देता है
लोग कहते हैं वक्त बुरा था हम कहते हैं विश्वाश कम था ।

Bharosa Aik Aisi Cheez Hai
भरोसा एक ऐसी चीज है जिसके टूटने पर कोई आवाज तो नहीं आती लेकिन उसकी गूंज जीवन भर सुनाई देती है
बहुत खामोशी से टूट गया वह एक भरोसा जो तुझ था

Bharosa Sabhi Par Karo Par Sawdhani Se
भरोसा सब पर करो पर सावधानी से क्योंकि कभी कभी खुद के दांत भी जीभ काट लेते हैं
प्यार गहरा हो या ना हो पर भरोसा गहरा होना चाहिये

Namumkin Hai
ये ना-मुमकिन है कोई मिल जाए तुम जैसा पर इतना आसान ये भी नहीं तुम ढूँढ लो हम जैसा

Bade Nadaan Hai
बड़े नादान हैं वो लोग जो इस दौर
में भी वफ़ा की उम्मीद करते हैं
यहाँ तो दुआ क़बूल ना होने पर लोग
भगवान बदल दिया करते हैं

Ek Tera Shahar Ek Mera Gaon
एक तेरा शहर सिर्फ पानी के लिए ख़ून बहा देता है
एक मेरा गाँव है पानी ना मिले तो प्यास बाँट लेता है

Mohabbat Kya Hai
मोहब्बत क्या है चलो दो लफ्ज़ो में बताते है
तेरा मजबूर कर देना मेरा मजबूर हो जाना।

Bewafai Ka Teer Lekar
फिर से आ जाओ बेवफाई का तीर लेकर
मोहब्बत के जंग में मैं निहत्थे उतरा हूँ।

Zakhm Dete Hain
कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते
हर कदम पर काँच बनकर जख्म देते हैं

Gahra Bharosa
प्यार गहरा हो या ना हो पर भरोसा गहरा होना चाहिये
Sachchi Mohabbat
सच्ची मोहब्बत भी हम करते है
वफ़ा भी हम करते है
भरोसा भी हम करते है
और आखिर में तन्हा जीने
की सजा भी हमे ही मिलती है
Naseeb Se Zeyada
नसीब से ज्यादा भरोसा "पगली"तुम पर किया
फिर भी
नसीब इतना नहीं बदला जितना तुम बदल गयी
Bahot Khamooshi
बहुत ख़ामोशी से टूट गया
वो एक भरोसा जो उस पे था
Mujhey Khamoosh
मुझे खामोश देखकर इतना हैरान क्यों होते हो दोस्तों
कुछ नहीं हुवा है बस भरोसा कर के धोखा खाया है
Naseeb Se Zeyada
नसीब से ज्यादा भरोसा किया था तुम पर
नसीब इतना नहीं बदला जितना तुम बदल गये
Zara Se Zingdagi
जरा सी जिन्दगी में व्यवधान बहुत हैं
तमाशा देखने को यहाँ इन्सान बहुत हैं
कोई भी नहीं बताता ठीक रास्ता यहाँ
अजीब सें इस शहर में 'नादान' बहुत हैं
न करना भरोसा भूल कर भी किसी पे
यहाँ हर गली में साहब बेईमान बहुत हैं
दौड़तेे फिरते हैं न जाने क्या पाने को
लगे रहते है जुगाड़ में परेशान बहुत हैं
खुद ही बनाते हैं हम पेचीदा जिंदगी को
वर्ना तो जीने के नुस्खे आसान बहुत हैं
Rahne Do
बर्फ जैसा है पहले पानी होने दो
दिल मुश्किल में है आसानी होने दो
अभी मिले हो भरोसा कर लूं कैसे
कुछ तो पहचान पुरानी होने दो
Khud Me Bharosa
खुद में काबिलियत हो तो भरोसा कीजिये साहिब।
सहारे कितने भी अच्छे हो साथ छोड जाते है
Bharosa Khud Pe
भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है
और दूसरों पर रखो तो कमजोरी बन जाती है
Bharosa He Kuch Aisa Tha
निगाहों में अभी तक दूसरा कोई चेहरा ही नहीं आया
भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का
Bharosa Shayari
भरोसा मत करना इस दुनिया के लोगो पर।
मुझे तबाह करने वाले मेरे बहुत अजीज थे ।।