Tu Bewafa Hogi Socha Hi Nahi Tha,
Tu Bhi Kabhi Khafa Hogi Socha Hi Nahi Tha,
Jo Geet Likhe The Kabhi Pyar Par Tere..!
Wahi Geet Ruswa Honge Socha Hi Nahi Tha,
तू बेवफा होगी सोचा ही नहीं था,
तू भी कभी खफा होगी सोचा ही नहीं था,
जो गीत लिखे थे कभी प्यार पर तेरे..!
वही गीत रुसवा होंगे सोचा ही नहीं था,
मुश्किल में साथ छोड़ देने वाला
कितना भी अपना क्यों न हो दिल से
उतर ही जाता है।
Mushkil Mein Saath Chhod Dene Vaala
Kitana Bhee Apana Kyon Na Ho Dil Se
Utar Hee Jaata Hai.
उसके चेहरे पर इस क़दर नूर था,
कि उसकी याद में रोना भी मंज़ूर था,
बेवफा भी नहीं कह सकते उसको ज़ालिम,
प्यार तो हमने किया है वो तो बेक़सूर था