Poetry Tadka

Zindagi Shayari

Meri Aadat Nahi Badli

ज़माना हो गया देखो मगर चाहत नहीं बदली I
किसी की ज़िद नहीं बदली मेरी आदत नहीं बदली II

Zindagi Me Aap Kitne Khush Hai

ज़िंदगी में आप कितने खुश हैं यह जरुरी नहीं I
ज़िंदगी में आपकी वजह से कितने लोग खुश हैं यह जरुरी हैII

Jo Puncha Hal Unka

जो पूँछा हाल उनका तो मूंह छुपा कर रो दिये !
डबडबाई आँखों में दर्दे दिल छुपा कर रो दिये !
एक मुद्दत के बाद पाया था जिन्हें हमने यारो !
हम भी उनके हाल पर सर झुका कर रो दिये !!

Mere Zindagi Ne Aaj

मेरी ज़िन्दगी ने आज ये कहकर बड़ी तसल्ली दी मुझे !
कुछ लोग तेरे काबिल नहीं थे उन्हेंअब तुझसे दूर कर दिया है !!

Mere Aansoo Mere Dard

मेरे आसू मेरे जख्म मेरे दर्द की जमानत है !
किस हक से उसे अपना समझता है !
सावरिया तू अपनी औकात मे रह जो कभी तेरी थी !
आज वो किसी गैर की आमानत है !!