Zindagi Shayari
Zindagi Roz Hi Sirf Humko Aazmati Hai
ज़िन्दगी रोज़ ही सिर्फ़ हमको आज़माती है !
गुलों से ख़ार तक हमको खींच ले --जाती है !
क़तरे क़तरे में इन अश्क़ों के,अक़्स तेरा है !
इसी बहाने सही वो रोज़ पास -----आती है !!
गुलों से ख़ार तक हमको खींच ले --जाती है !
क़तरे क़तरे में इन अश्क़ों के,अक़्स तेरा है !
इसी बहाने सही वो रोज़ पास -----आती है !!
Khushboo Teri Kiahmat Me Bekharna
फूलों से न शिकवा न हवाओं से गिला है !
खुश्बू तेरी किस्मत में बिखरना ही लिखा है !!
खुश्बू तेरी किस्मत में बिखरना ही लिखा है !!
Puri Duniya Se Churakar
पुरी दुनिया से चुरा कर मुझे अपना बनानेवाले !
कसुर क्या था मेरा जो तन्हा छोड़ गये !!
कसुर क्या था मेरा जो तन्हा छोड़ गये !!
Wo Apno Ko Taraste Hai
हैं जिनके पास अपने तो वो अपनों से झगड़ते हैं !
नहीं जिनका कोई अपना..वो अपनों को तरसते हैं !!
नहीं जिनका कोई अपना..वो अपनों को तरसते हैं !!
Zindagi Me Ek Baar
ज़िन्दगी में एक बार दिल टूटना जरुरी है यारो !
वरना दुनिया को समझने की समझ कहा से आयगी !!
वरना दुनिया को समझने की समझ कहा से आयगी !!