Poetry Tadka

Zindagi Shayari

Zindagi Me Log

ज़िंदगी में लोग दर्द के सिवा दे भी क्या सकते हैं !
मरने के बाद दो गज़ कफ़न देते हैं वो भी रो रो कर !!

Zindagi Tera Bhi

जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है !
सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है !!

Zindagi Ke Hath Nhi Hote

ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते
लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं
जो पूरी उम्र याद रहता है !!

Tumse Ye Ummid Na Thi

मेरी बरबादी के जश्न में तू भी शरीक होगी !
ऐ जिन्दगी....तुम से तो ये उम्मीद न थी !!

Zindagi Ke Bare Me

मत सोचो इतना जिन्दगी के बारे मै !
जिसने जिन्दगी दी है,,ऊशी ने भी तो कुछ सोचा होगा !!