Poetry Tadka

Zindagi Shayari

Zindagi Barbaad

मालूम है मुझे वो ना मेरी थी ना कभी होगी !

बस इक शौक था उसके "पीछे "जिदंगी बर्बाद करने की !!

zindagi barbaad

Meri Jaan Baki Hai

तुमसे किसने कह दिया कि मुहब्बत की बाजी हार गए हम !

अभी तो दाँव मे चलने के लिए मेरी जान बाकी है !!

Zindagi To Humne

जिन्दगी तो बस बिता दी हमने वही

जहा चार कदम तेरे संग चले थे zindagi to humne

Log Kahte Hai

लोग कहते हैं दुःख बुरा होता है !

जब भी आता है रुलाता है !

मगर हम कहते हैं दुःख अच्छा होता है !

जब भी आता है कुछ सिखाता है !!

Koy Sah Nahi Pata

सम्बन्धी,परिवार-घर, मित्र,पड़ोस, समाज !

कोई सह पाता नहीं, ख़ुशी किसी की आज !!