Poetry Tadka

Zakhmi Dil Shayari

Naa Hum Rhe Dil Lgane Ke Qabil

ना हम रहे दिल लगाने के क़ाबिल !
ना दिल रहा गम उठाने के क़ाबिल !
लगा उसकी यादों से जो ज़ख़्म दिल पर !
ना छोड़ा उस ने मुस्कुराने के क़ाबिल !!

Duniya Me Kabhi Kisise Pyar

दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना !
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना !
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते हैं !
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना !!

Naa Mushkurane Ka Dil Chahta Hai

ना मुस्कुराने को जी चाहता है !
ना आंसू बहाने को जी चाहता है !
लिखूं तो क्या लिखूं तेरी याद में !
बस तेरे पास लौट आने को जी चाहता है !!

Zahar Pk Bhi Ji Gya

सवाल "ज़हर" का नहीं था.वो तो मैं पी गया !
तकलीफ़ लोगों को तब हुई.जब मैं ज़हर पी के भी जी गया !!

Jo Nazar Se Guzar Jaya Karte Hai

जो नजर से गुजर जाया करते हैं !
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं !
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते !
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं !!