Waqt Shayari
Waqt Kharch Na Karo
Waqt Janta Hai
बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न
जाओगे
वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना.
वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना.
Jab Dil Pe Chha Rahi Hai
जब दिल पे छा रही हों घटाएँ मलाल की,
उस वक़्त अपने दिल की तरफ़ मुस्कुरा के देख
Waqt Ki Dard
जिन किताबों पे सलीक़े से जमी वक़्त की गर्द
उन किताबों ही में यादों के ख़ज़ाने निकले