Poetry Tadka

Shayari in Urdu

Ummeed Abhi Zinda Hai

उम्मीद अभी जिन्दा है,

संघर्ष अभी बाकी है !

तूफां आके चला गया,

उत्कर्ष अभी बाकी है !

न्याय की उम्मीद मे,

हर आह ने दम है भरा ! 

झूठ ने सच को ढका,

निष्कर्ष अभी बाकी है !

अज्ञान के तिमिर मे,

'ज्ञानेश ' कही खो गया !

जुगनुओ की रोशनी का,

अंश अभी बाकी है !