ना कोई राह आसन चाहिए ना ही हमे कोई
पहचान चाहिए एक ही चीज मागते है खुदा से
आपकी चेहरे पे हर पल मुश्कान चाहिए !!
दुआ मांगी थी आशियाने की चल पड़ी आधियाँ
जमाने की मेरे गम को कोई समझ नहीं पाया
क्युकी मेरी आदत थी मुश्कुराने की !!
ज़ख्म दे कर पूछा ना करो दर्द की सिद्दत
दर्द तो दर्द होता है थोडा क्या ज्यादा क्या !!
ज़िन्दगी से प्रेम करने का अर्थ है ईश्वर से प्रेम करना !!