आओ फिर से दोहराएं अपनी कहानी,
मैं तुम्हे बेपनाह चाहूँगा और
तुम मुझे बेवज़ह छोड़ जाना
हम तो फना हो गए उनकी आंखें देखकर ग़ालिब
न जाने वो आइना कैसे देखते होंगे
मेरी बाकी उँगलियाँ भी उस ऊँगली
से जलती है जिस ऊँगली
को पकड़ कर मेरी जान चलती है
दूरी ने कर दिया है तुझे और भी क़रीब,
तेरा ख्याल आकर ना जाए तो क्या करूँ