Hindi Shayari Collection
Wo kitna meharbaan tha
वो कितना मेहरबान था हज़ारों गम दे गया।
हम कितने खुदगर्ज़ निकले कुछ न दे सके उसे पीयर के सिवा।।
हम कितने खुदगर्ज़ निकले कुछ न दे सके उसे पीयर के सिवा।।

usne mujhse kaha
जाते जाते उसने पलट कर मुझ से कुछ यूँ कहा
तुम हमे भूल जाओ हम तो तुम से प्यार सीखने आए थे
Kitna kuch janta hoga wo sakhs mere bare me
Mere Muskarane Par Bhi Jisne Pooch Liya Tha Tum Uddas Kuon Ho

tu mere dil pe hath rakh
तू मेरे दिल पे हाथ रख के तो देख,
मैं तेरे हाथ पे दिल ना रख दूँ तो कहना.