दहेज क्या हैं ?
यह उस बाप से पूछना,
जिसकी "ज़मीन" भी चली गईं और "बेटी" भी।
जिस समय हम किसी का अपमान कर रहे होते हैं
उस समय हम अपना सम्मान खो रहे होते हैं ।
अपना गम सोच समझ
कर बांटना चाहिए
दुनिया में हमदर्द कम
सिरदर्द ज्यादा मिलते हैं
आजकल दोस्ती और व्यवहार 1000 के नोट जैसी हो गयी है
@Aajkal Ki Doshti Thought Of The Day In Hindi