मैंने उनसे प्यार किया,
यह मेरे प्यार की हद थी.
मैंने उनपे इतबर किया,
यह मेरे इतबर की हद थी.
मरकर भी खुली रही मेरी आखें,
यह मेरे इंतिज़ार की हद थी
धीरे धीरे जीवन में स्वाद और मिठास आती है
ठीक वैसे जसे अचार जैसे जैसे पुराना होता है
उसका स्वाद बढता जाता है
उस इन्सान पे भरोसा करो जो अपके अन्दर तीन बाते जान सके
१ .मुस्कराहट के पीछे दुःख
२ .गुस्से के पीछे प्यार
३ .चुप रहने के पीछे वजह
अजीब दुनिया है जब चलना नहीं आता था तब कोई गिरने नहीं देता था और जब चलना सीख गया तो हर कोई गिरने में लगा है