Poetry Tadka

Tareef Shayari

Tere Husn Ki Tareef

तेरे हुस्न की तारीफ मेरी शायरी के बस की नहीं

तुझ जैसी कोई और कायनात में बनी नहीं 

tere husn ki tareef

Teri Tareef Karu

सोचता हु हर शायरी पे तेरी तारीफ करु

फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।

teri tareef karu