मिल जाएँगे हमारी भी तारीफ़" करने वाले.
कोई हमारी मौत की "अफ़वाह" तो फैलाओ यारों
Mil Jaenge Hamaari Bhi Taareef" Karane Vaale.
Koy Hamaari Maut Kee "afavaah" To Phailao Yaaron
क्या लिखूँ तेरी सूरत - ए - तारीफ मेँ , मेरे हमदम
अल्फाज खत्म हो गये हैँ, तेरी अदाएँ देख-देख के
Kya Likhoon Teri Soorat - E - Taarreef Men , Mere Hamadam
Alphaaj Khatm Ho Gaye Hain, Teri Adayen Dekh-dekh Ke
एक लाइन में क्या तेरी तारीफ़ लिखू
पानी भी जो देखे तुझे तो प्यासा हो जाये
ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूं
मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता