Poetry Tadka

Suprabhat Shayari

Har Subah

सुप्रभात - हर सुबह की धुप कुछ याद दिलाती हैं..  हर फूल की खुशबू एक जादू जगाती हैं… चाहू ना…. चाहू कितना भी यार… सुबह सुबह आपकी याद आ ही जाती हैं ..  “

Har subah

Subh Din

आप नहीं होते तो हम खो गए होते… अपनी ज़िन्दगी से रुसवा हो गए होते… ये तो आपको “गसुप्रभात” कहने के लिए उठें हैं … वर्ना हम तो अभी तक सो रहे होते …. “शुभ दिन “

Subh din

Subah Subah Aapko

सुबह-सुबह आपको एक पैगाम देना है, आपको सुबह का पहला सलाम देना है, गुज़रे सारा दिन आपका ख़ुशी ख़ुशी, आपकी सुबह को खूबसूरत सा नाम देना है।

 

Subah subah aapko