Poetry Tadka

Shero Shayari

Musam Hasi Hai Par Tu Jaisa Nahi

आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो !
मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं !!

Yaad Teri Aati Hai

याद तेरी आती है क्यो.यू तड़पाती है क्यो !
दूर है जब जाना था.. फिर रूलाती है क्यो !
दर्द हुआ है ऐसे, जले पे नमक जैसे !
खुद को भी जानता नही, तुझे भूलाऊ कैसे !!

Surkh Aankho Se Jab Wo Dekhte Hai

सुर्ख आँखों से जब वो देखते हैं !
हम घबराकर आँखें झुका लेते हैं !
क्यों मिलायें उन आँखों से आँखें !
सुना है वो आँखों से ही अपना बना लेते हैं !!

surkh aankho se jab wo dekhte hai

Wo Mere Hatho Ki Lkiro Ko Dekh Kar

वो मेरे हाथो की लकीरे देखकर अक्सर Mayush हो जाती थी !
शायद उसे भी एहसास हो गया था कि वो मेरी Kismat मे नही !!

Tum Ek Din Lout Ke Aaaoge Mujhe Itna Yakin Hai

तुम एक दिन लौट के आओगे मुझे इतना यकीन है !
ये और बात है मै रहू या ना रहू इस दुनिया में !!