Poetry Tadka

Sad SMS

Kabhi Humse Bhi Bate Do Pal Kar Liya Kro

कभी हमसे भी पल दो पल बातें चंद कर लिया करो I
क्या पता आज हम तरस रहे हैं कल तुम तरस जाओ II

Ya To Mohabbat Me Krar De

या तो मुहबबत मे करार दे या फिर मुझको मार दे II

Kuch Toot Gaae Rishte

कुछ रूठे हुए लम्हें कुछ टूटे हुए रिश्ते I
हर कदम पर काँच बन कर जख्म देते है II

Udas Kar Deti Hai

उदास कर देती है हर रोज ये शाम मुझे I
ऐसा लगता है भूल रहा है कोई मुझे धीरे धीरे II

Umedo Ko Zgaya Kyu Tha

मेरी ख्वाबिन्दा उम्मीदों को जगाया क्यों था
दिल जलना था तो फिर तुमने दिल लगाया क्यों था
अगर गिरना था इस तरहा नजरोसे हमें
तो फिर मेरे इश्क को कलेजे से लगाया क्यों था!