Poetry Tadka

Sad SMS

Na Smajh Hi Shi

मै नासमझ ही सहीं .. मगर वो तारा हूं जो !
तेरी एक ख्वाहिश के लिये..सौ बार टूट जाऊं !!

Tere Jane Ke Bad Kon Rokta Hme

तेरे जाने के बाद कौन रोकता हमें I
जी भर के खुद को बर्बाद किया हम ने II

Wo Dard Hi Kya Jo Aankho Se Bah Jaae

वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए I
वो ख़ुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए I
कभी तो समझो मेरी ख़ामोशी को I
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जाए II

Chalo Ab Jane Bhi Doo

चलो अब जाने भी दो क्या करोगें दास्ताँ सुन कर I
खामोशी तुम समझोंगें नहीं और बयां हमसे होगा नहीं II

Kyu Sarminda Karte Ho

क्यों शर्मिन्दा करते हो, कैसे हो, बार बार पूछकर I
हाल मेरा वही है जो तुमने बना रखा है II