किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ के आया हूँ ! मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ के आया हूँ ! मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत_माँ ! में अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ के आया हूँ !! जय हिन्द
जब शहीदों की अर्थी उठे धूम से देश वालो तुम आँसू बहाना नहीं ! पर मनाओ जब आजाद भारत का दिन उस घड़ी तुम हमें भूल जाना नहीं ! लौट कर आ सके ना जहाँ में तो क्या ! याद बनके दिलों में तो आ जाऐंगे ऐ वतन-ऐ वतन हमको तेरी कसम ! तेरी राहों में जाँ तक लुटा जायेंगे !!