कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में ! भारत मा का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में ! हर तूफान को मोड़ दे जो हिन्दोस्तान से टकराए ! चाहे तेरा सीना हो छलनी तिरंगा उंचा ही लहराए ! बंद करो ये तुम आपस में खेलना अब खून की होली ! उस मा को याद करो जिसने खून से चुन्नर भिगोली !!