Purani Yaadein Shayari
Chupke Chupke
चुपके चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है,
हमे अब तक आशिकी का वो जमाना याद है.
Raunak Unhee Se Thi
पुरानी यादे ताजा कर ले कुछ थक गया हु
तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी मुनासिब
होगा मेरा हिसाब कर दे
दोस्तो से बिछड कर यह हकीकत खुली
बेशक कमीने थे पर रौनक उन्ही से थी !!
Meri Shaamen
मेरी धुंधली शामें मुझ से मुंह मोड़ती हैं
मेरी पुरानी यादे मुझ से नाता तोड़ती हैं
अब तुझ से क्या बताऊँ ये तन्हा रातें
मेरा कत्ल करने को दौड़ती हैं
Jab Barsti Hain Purani Yaadein
Suna Hai
सुना है शायर बुढां हो जाता है.शायरी नही
यादे पुरानी हो जाती है .उनके ऐहसास नहीं