Poetry Tadka

Motivational Shayari

Bheed Me Khada

भीड़ में खड़ा होना मकसद नही है मेरा, बल्कि

भीड़ जिसके लिए खड़ी है वो बनना है मुझे !!

bheed me khada

Kal Hi

कल ही तो तौबा की मैंने शराब से.. कम्बख्त मौसम आज फिर बेईमान हो गया !!

kal hi