मोहब्बत भी अजीब चीज बनायीं खुदा तूने,
तेरे ही मंदिर में,
तेरी ही मस्जिद में,
तेरे ही बंदे,
तेरे ही सामने रोते हैं,
तुझे नहीं, किसी और को पाने के लिए.
मेरी महोब्बत के अपने ही उसुल है.
तुम करो न करो पर मुझे साँसो के टुटने तक रहेगी.
बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का,
अधूरी हो सकती है मगर ख़तम नहीं !!
Mohabbat Ka Koi Rang Nahi
Phir Bhi Wo Rangin Hai
Pyar Ka Koyi Chehra Nahi
Phir Bhi Woh Hasin Hai