Poetry Tadka

Mohabbat Shayari

Bewzah Hoti Hai Mohabbat

लोग हर बार यही पूछते हैं तुमने उसमें क्या देखा !
मैं हर बार यही कहता हूँ , बेवजह होती है मोहब्बत !!

Gle Mil Mil Kar Sarminda Kiya

हमने दुनिया में मोहब्बत का असर ज़िन्दा किया है !
हमने दुश्मन को गले मिल-मिल के शर्मिन्दा किया है !!

Kisi Ke Dil Me Hum Bhi Dhadakte Hai

तमन्ना ए इश्क़ तो हमभी रखते है किसी के दिल में हम भी धड़कते हैं I
ना जाने हमें वो कब मिलेंगे जिस के लिए हम रोज़ तड़पते है II

Mohabbat Kisse Aur Kab

मोहब्बत किससे और कब हो जाये अदांजा नहीं होता I
ये वो घर है, जिसका दरवाजा नहीं होता II

KUCH TUMKO BHI AZIZ HAI

कुछ तुम को भी अजीज है अपने सभी उसुल I
कुछ हम भी इत्तेफाक से जीद के मरीज है II