जिंदगी के लिए जान जरूरी है
पाने के लिए अरमान जरूरी है
हमारे पास चाहे कितना ही गम पर
आपके चेहरे पर मुश्कान जरूरी है
खूबसुरती बहुत दी खुदा ने तुम्हे
मगर हमे तुम्हारी वफा ना मिल स्की
बहुत आग दी हमने बुझते चिराग को
मगर मोहब्बत की शमा जल ना सका
रात गम सुम है मगर खामूश नहीं
कैसे कह दू आज फिर होश नहीं
ऐसे डूबा तेरी आँखों की गहराई में
हाथ में जाम है मगर पिने का होश नहीं