तुम बनके दोस्त ऐसे आए ज़िन्दगी में
की हम ये जमाना भूल गाए
तुमको याद ना आई हमारी कभी
हम हम तो तुम्हे भूलना ही भूल गाए
वो मोहब्बतें जो तुम्हारे दिल में हैं,
उससे जुबां पर लाओ और बयां कर दो,
आज बस तुम कहो और कहते ही जाओ,
हम बस सुनें ऐसे बे-ज़ुबान कर दो
तराशा है उनको बड़ी फुर्सत से,
जुल्फे जो उनकी बादल की याद दिला दे,
नज़र भर देख ले जो वह किसी को,
नेकदिल इंसान की भी नियत बिगड़ जाए
अंदाज-ऐ-प्यार तुम्हारी एक अदा है..
दूर हो हमसे तुम्हारी खता है..
दिल में बसी है एक प्यारी सी तस्वीर तुम्हारी..
जिस के नीचे आई मिस यू लिखा है