Adhuri Mohabbat Shayari
Jee Lo Zindagi
आदत उनकी कुछ इस तरह हो गई,
उनकी बेरुखी से भी मोहब्बत हो गई
साथ रहते रहते यूहीं वक्त गुज़र जाएगा
दूर होने के बाद कौन किसे याद आएगा
जी लो ये पल जब हुम साथ है
कल का क्या पता, वक्त कहाँ ले जाएगा
Yado Ke Silsile Bnaae Rakhna
खुश तो वो रहते हैं जो जिस्मों से मोहब्बत करते है,
क्यूंकि, रूह से मोहब्बत करने वालों को अक्सर तड़पते ही देखा है
यादो का सिससिला बनाए रखना
दोस्तों से विश्वास बनाए रखना
जान तो नहीं मागेंगे आप से
गुजारिश है दोस्ती बनाए रकना
Mana Hai Tujhe Dost
प्यार से ज्यादा तुम्हे माना ऐ दोस्त
खुद से ऊपर माना तुझे ऐ दोस्त
खफा मत हो मेरे दोस्त मुझसे
ज़िन्दगी जीने की वजह माना तुझे ऐ दोस्त
तुम बेवफा होकर भी इतने अच्छे लगते हो
खुदा जाने अगर बफ़ा होती तो क्या होता
Fir Bhi Dosti Dilo Ko
दोस्ती में दूरियां तो आती जाती है
फिर भी दोस्ती दिलो को मिला देती है
वो दोस्त ही क्या जो नाराज ना हो
पर सच्ची दोस्ती दोस्तों को मना लेती है
मुझे उसकी ये अदा कमाल की लगती है
नाराज़ मुझसे होती है और गुस्सा सबको दिखाती है
Hum Nibhayenge Dosti
हम निभाएंगे दोस्ती मरते दम तक
हम तुमको चाहेंगे गम से ख़ुशी तक
ऐ दोस्त हमसे कभी नाराज माँ होना
साथ रहना है हमारे आखरी दम तक
नशा था उनके प्यार का जिसमें हम खो गए,
उन्हें भी पता नहीं चला कि कब हम उनके हो गए।