पर यकीनन बहुत खुबसूरत होगी
जो भी मिलता है उससे जीना छोड़ देता है
मौत मांगते है तो ज़िन्दगी खफा होजाती है
जहर लेते है तो वो भी दवा हो जाती है
तु बता ऐ ज़िन्दगी तेरा क्या करू
जिसको भी चाहा वो बेवफा हो जाती है
ज़िन्दगी ज़ख्मो से भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो
हारना तो मौत के सामने है फ़िलहाल ज़िन्दगी से जीना सीख लो