Home Tag Mausam Shayari Ye Shardi लिपट जाओ मेरी बाँहों में की शाम दिसम्बर है, ये शर्दी कहीं तुमको बीमार न करदे Mausam Badal Raha Hai मौसम बदल रहा है अपना ख्याल रखना दोस्त, क्योंकि बदलते मौसम और बदलते लोगो बहुत तकलीफ देते हैं Mausam Sayari तब्दीली जब भी आती है मौसम की अदाओ मे...किसी का यूं बदल जाना याद आता है.... 12