कुछ यूँ हुआ कि.जब भी जरुरत पड़ी मुझे
हर शख्स इतेफाक से.मजबूर हो गया !!
मुझको छोड़ने की वज़ह तो बतादे
मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हजारो थे !!
भुला देंगे तुम्हे भी जरा सब्र तो कीजिए
आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा !!
चिठ्ठी ना कोइ संदेस जाने वो कौन सा देस जहां तुम चले गए हो ! इस दिल पे लगा के ठेंस जाने वो कौन सा देस जहां तुम चले गए हो !!