लाख चाहता हूँ कि तुझे याद ना करूँ….
मगर, इरादा अपनी जगह बेबसी अपनी जगह
तुम मुझसे दोस्ती का मोल ना पूछना कभी,
तुम्हें किसने कहा कि पेड़ छाँव बेचते हैं
मत चाहो किसी को इतना की बाद में पछताना पड़े..
क्योंकि ये दुनिया दिल से नहीं जरूरत से प्यार करती है
वो कहते थे कि तुमसे बिछड़ के वीरान हो जाएंगे,
आज मोहल्ले में सबसे रौशन घर उन्हीं का दिखाई दिया
प्यार करने से पहले पैसे कमा लेना यारो,
गरीब का प्यार अक्सर, चौराहे पर नीलाम हो जाता है