Poetry Tadka

Love Shayari

Ye Jo Muskurahat Ka Libas Pehna Hai Maine

ये जो मुस्कराहट का लिबास पहना है मैंने,
दरअसल खामोशियों को रफ़ू करवाया है मैंने.


बस आखरी बार इस तरह मिल जाना,
मुझ को रख लेना या मुझ में रह जाना....!!

क्या इतनी दूर निकल आये है हम....
की तेरे ख्यालों में भी नहीं आते....????

कहाँ चलता है आजकल का प्यार वर्षो तक...
एक महीने में मिटा के जिस्म की प्यास मुँह फेर लेते है लोग....

ye jo muskurahat ka libas pehna hai maine

Mujhme Rah Jana

बस आखरी बार इस तरह मिल जाना,

मुझ को रख लेना या मुझ में रह जाना 

Socha Aaj Kuch Tere Siva Sochoon

Socha Aaj Kuch Tere Siva Sochoon, Abhi Tak Isi Sonch Me Hun Aur Kia Sochoon. Love Shayari Socha Aaj

socha aaj kuch tere siva sochoon

Tere Begair Guzarta Nahi

एक उम्र है जो तेरे बगैर गुजारनी है 

और एक लम्हा है जो तेरे बगैर गुज़रता नहीं !!

 

tere begair guzarta nahi

Phool Ki Jgah Tum Hote

लगा कर फूल होठो से उसने कहा चुपके से 

अगर यहा कोई नहीं होता तो फूल की जगह तुम होते !!

phool ki jgah tum hote