ज़िंदगी Whats App के Last Seen जैसी है !
सब को अपनी छिपानी है,दूसरो की देखनी है !!
बात तो सिर्फ जज़्बातों की है वरना !
मोहब्बत तो सात फेरों के बाद भी नहीं होती !!
एक से टूटा तो दूसरे से जोड़ लेते हैं !
आजकल रिश्ते भी वाई फाई के नेटवर्क की तरह हैं !!
मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए !
और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके जैसे होते !!