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Kismat Shayari

Kismat ko dosh

डूबते हैं तो पानी को दोष देते हैं,

गिरते हैं तो पत्थर को दोष देते हैं,

इंशान भी क्या अजीब हैं दोस्तों..

कुछ कर नहीं पाता तो किस्मत को दोष देते है

Ab kismat

अब किस्मत ही मिला दे तो मिला दे,

वरना हम तो बिछड़ गये हैं,

तूफान में परिंदों की तरह..!!

 

Pyar ka elzam

मेरी किस्मत में है एक दिन गिरफ्तार-ए-वफ़ा होना, 

मेरे चेहरे पे तेरे प्यार का इलज़ाम लिखा है।

 

Kismat ki lakeer

किस्मत की लकीरों में नहीं था नाम उसका शायद, 

जबकि उनसे मुलाकात तो हर रोज़ होती थी। <3

 

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