Khwahish Shayari
Khwahish yahi hai
ख्वाहिश यही है की ,मेरी शायरी तुम समझो
जरुरी नहीं की ,लोग "वाह वाह करें !!
Zeyada khwahish nahin
ज्यादा ख्वाहिशें नही
जिंदगी का हर लम्हा तेरे साथ हो !!
Adhoori khwahish
मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं और ख्वाहिशें अधूरी हैं,
मगर जिंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियां जरूरी हैं
Main lahar hun
मेरी शायरी को शोक से पढने वालो
कही मुझे आदत ना बना लेना..
मै वो लहर हूँ जो ठहर
जाने की ख्वाहिश नहीं रखता
Meri shayari ko mera
मेरी शायरी को मेरा इश्क़ ना समझना ये तो मेरे नादान दिल की ख्वाहिशें हैं जो तुम्हें बयाँ करता हूँ।