Poetry Tadka

Khwahish Shayari

Zeyada Khwahish Nahin

ज्यादा ख्वाहिशें नही

जिंदगी का हर लम्हा तेरे साथ हो !!

Adhoori Khwahish

मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं और ख्वाहिशें अधूरी हैं,

मगर जिंदा रहने के लिए कुछ गलतफहमियां जरूरी हैं

Main Lahar Hun

मेरी शायरी को शोक से पढने वालो 

कही मुझे आदत ना बना लेना..

मै वो लहर हूँ जो ठहर 

जाने की ख्वाहिश नहीं रखता

Meri Shayari Ko Mera

मेरी शायरी को मेरा इश्क़ ना समझना ये तो मेरे नादान दिल की ख्वाहिशें हैं जो तुम्हें बयाँ करता हूँ।

Bachpan Me Bhari Duphri

Bachpan Me Bhari Duphri Naap Aate The Pura Mohalla
Jab Se Digriya Tapmaan Smajh Me Aa Gay Pav Jalne Lga

Dosti Samet Le Jati Hai Zamane Bhar Ke Ranj Ko
Suna Hai Yaar Acche Ho To Kaante Bhi Nahi Chubte
दोस्ती समेट ले जाती है जमाने भर के रंज को
सुना है यार अच्छे हो तो कांटे भी नहीं चुब्ते

bachpan me bhari duphri