Poetrytadka.com

Khwahish Shayari

Koi to hoga

कोई तो होगा टूटा हुआ मेरी तरह ही.....

जो जुड़ने की ख्वाहिश लिए जी रहा होगा अकेला कही

Mere naseeb

मेरे नसीब की बारिश 

कुछ इस तरह से होती रही मुझपे 

कि ख्वाहिशे सुखती रही 

और पलके भीगती रही.

Meri khwahish

मेरी ख्वाहिश ❤

मेरा जज्बा❤

मेरा अरमान है तू💑

मैं अधूरा हूँ तेरे बिन

मेरी पहचान है तू😊

Bhool jane ki khwahish

तुझे बाहों में लेकर ये सारा जहान 

भूल जाने की  ख्वाहिश है मेरी

Jinda rahne ki khwahish

किसी के अंदर जिंदा रहने की ख्वाहिश में …

हम अपने अंदर मर जाते हैं ..

New Next