Jaan Shayari
Mere Hotho Ki Muskan Hai Tu
मेरी शायरी की जान है तू
दिल मै खुदा की पहचान है तू
बिन देखे सुरत तेरी रहूँ मै उदास
मेरे होठो की मुस्कान है तू
दिल मै खुदा की पहचान है तू
बिन देखे सुरत तेरी रहूँ मै उदास
मेरे होठो की मुस्कान है तू
Mai Ye Nahi Kehta Shayari
मै ये तो नही कहता की तु नही मिलेगी तो #जान दे दुँगा
पर एक #वादा करता हुँ कि
तू मिली तो जिन्दगी भर #साथ दूँगा
पर एक #वादा करता हुँ कि
तू मिली तो जिन्दगी भर #साथ दूँगा
Suno Jaan
सुनो जान 💕जल्द ही शुरू होगा हमारे प्यार का पंचनामा
महोब्बत की फ़रवरी आ गई
महोब्बत की फ़रवरी आ गई
Wo Pagli Bhut Yaad Aati Hai
वो पगली बहुत याद आती है
उसे पता है मुझसे इंतजार होता नहीं
फिर भी इंतजार करवाती है
उसे पता है तन्हाई मुझे अच्छी नहीं लगती
फिर भी छोड के वो मुझे चली जाती है
उसे पता है की वो मेरे जिस्म-ओ-जान मे बसती है
फिर भी वो मुझे हर बार भूल जाती है
उसे पता है मुझे सिर्फ उस से ही मोहब्बत है
फिर भी वो मुझे हर पल सताती है
जब जब उसे भूलने की कोशिश की
तब तब वो बहोत याद आती है
कभी गुस्सा तो कभी बहोत प्यार मुझपर लूटाती है
वो पगली मुझे इस तरहा से तडपाती है
कहती है हम सिर्फ दोस्त हैं
फिर क्यूँ अपनी मोहब्बत हर बार वो जताती है
इजहार-ए-मोहब्बत में वो हर बार इंकार वो करती है
फिर भी वो मुझे बहोत चाहती है
अपना हर सूख-दुख वो मुझसे बाँट लेती है
कभी दिल दुखे उसका तो मुझसे लिपट के रो लेती है
वो पगली मुझे बहोत याद आती है
उसे पता है मुझसे इंतजार होता नहीं
फिर भी इंतजार करवाती है
उसे पता है तन्हाई मुझे अच्छी नहीं लगती
फिर भी छोड के वो मुझे चली जाती है
उसे पता है की वो मेरे जिस्म-ओ-जान मे बसती है
फिर भी वो मुझे हर बार भूल जाती है
उसे पता है मुझे सिर्फ उस से ही मोहब्बत है
फिर भी वो मुझे हर पल सताती है
जब जब उसे भूलने की कोशिश की
तब तब वो बहोत याद आती है
कभी गुस्सा तो कभी बहोत प्यार मुझपर लूटाती है
वो पगली मुझे इस तरहा से तडपाती है
कहती है हम सिर्फ दोस्त हैं
फिर क्यूँ अपनी मोहब्बत हर बार वो जताती है
इजहार-ए-मोहब्बत में वो हर बार इंकार वो करती है
फिर भी वो मुझे बहोत चाहती है
अपना हर सूख-दुख वो मुझसे बाँट लेती है
कभी दिल दुखे उसका तो मुझसे लिपट के रो लेती है
वो पगली मुझे बहोत याद आती है