Intezaar Shayari
Yeh Kaisi Mohabbat
Acche Waqt Ki Intzaar Hum Nahi
Kitne Anmol Hote Hai
Intezar Karne Walo
Tere Intezar Ka Aalam
तेरे इंतज़ार का ये आलम है,
तड़प्ता है दिल आखें भी नम है,
तेरी आरज़ू में जी रहे है,
वरना जीने की ख्वाहिश कम है.
तेरे इंतज़ार का ये आलम है,
तड़प्ता है दिल आखें भी नम है,
तेरी आरज़ू में जी रहे है,
वरना जीने की ख्वाहिश कम है.