तेरी बाहों में बेजान हो जाऊ
ऐसी नजाकत है तेरी सूरत की
कि मैं तो तेरा गुलाम हो जाऊ.
Tere Hus Pe Kurban Ho Jaoun
Teri Bahon Me Bejaan Ho Jaoun
Aisi Najakat Hai Teri Surat Ki
Li Mai To Tera Gulam Ho Jaoun.
तेरी सादगी का हुस्न मी लाजवाब है
मुझे नाज है के तू मेरा इंतेखाब है.
Teri Sadgi Ka Husn Bhi Lajawab Hai
Mujhey Naaz Hai Ki Too Mera Intekhab Hai.
क्या पूछते हो हमसे हुस्न की तारीफ़
हमें जिस से मोहब्बत हुई, वो ही सबसे हसीं
Kya Poochhte Ho Humse Husn Ki Tareef
Hamen Jis Se Mohabbat Hui Wo Sabse Hansi.
कौन देखता है किसी को अब
सीरत की नज़र से,
सिर्फ खूबसूरती को पूजते है,
नए ज़माने के लोग।
Kaun Dekhata Hai Kisee Ko Ab
Seerat Kee Nazar Se.
Sirph Sundrta Ko Poojate Hai,
Nae Zamaane Ke Log.
जाने उस शख्स को कैसा हुनर आता है
रात होते ही आँखों में उतर जाता है
मै उसके खयालो से बच के कहा जाऊ
वो मेरी हर सोच के रास्ते पे नज़र आता है