Hosla Shayari
Hme Na Mohabbat Mili
हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला
हम को जो भी मिला बेवफा यार मिला
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी
हर कोई अपने मकसद का तलबगार मिला
Wafa Ki Kasam
वफा की कसम हम बेवाफा ना होंगे
मर जायेंगे पर आपसे जुदा ना होंगे
हम भी बनाएंगे अपनी दोस्ती का महल
शर्म से झुक जाएेगा वो ताज महल
मर जायेंगे पर आपसे जुदा ना होंगे
हम भी बनाएंगे अपनी दोस्ती का महल
शर्म से झुक जाएेगा वो ताज महल
Ghar Bana Liya Shayari
तन्हाइयों के शहर में एक घर बना लिया
रुसवाइयों को अपना मुक़द्दर बना लिया
देखा है यहाँ पत्थर को पूजते हैं लोग
हमने भी इसलिए अपने दिल को पत्थर बना लिया
रुसवाइयों को अपना मुक़द्दर बना लिया
देखा है यहाँ पत्थर को पूजते हैं लोग
हमने भी इसलिए अपने दिल को पत्थर बना लिया