हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो !
वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है !!
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं !
वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है !!
दुकानें उसकी भी लुट जाती है अक्सर हमने देखा है !
जो दिन भर में न जाने कितने ताले बेच देता है !!
मेरा वजूद नहीं किसी तलवार और तख़्त ओ ताज का मोहताज !
में अपने हुनर और होंठो की हंसी से लोगो के दिल पे राज करता हैं !!