Poetry Tadka

Hindi Quotes

Nizi Bhasa Hindi

निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।
विविध कला शिक्षा अमित, ज्ञान अनेक प्रकार।
सब देसन से लै करहू, भाषा माहि प्रचार।।

भावार्थ :
निज यानी अपनी भाषा से ही उन्नति सम्भव है, क्योंकि यही सारी उन्नतियों का मूलाधार है। मातृभाषा के ज्ञान के बिना हृदय की पीड़ा का निवारण सम्भव नहीं है। विभिन्न प्रकार की कलाएँ, असीमित शिक्षा तथा अनेक प्रकार का ज्ञान, सभी देशों से जरूर लेने चाहिये, परन्तु उनका प्रचार मातृभाषा में ही करना चाहिये।

Nizi bhasa Hindi

Agar Zindagi Me Kabhi

अगर जिंदगी में कभी किसी बुरे दिन से सामना हो जाए तो ये समझना कि दिन बुरा था जिंदगी नही

agar zindagi me kabhi

Muskurate Raho

जब पांच सेकंड की मुस्कान 

से फोटो अच्छी आ सकती है

तो हमेशा मुस्कुराने से जिन्दगी 

अच्छी क्यों नही हो सकती 

muskurate raho

Sfalta Ke Karn

जीतने वाले लोगों का हर कदम उम्मीदों से भरा होता है, और यही उनकी सफलता का कारण होता है

sfalta ke karn

Insan Me Insan Na Mila

किसी को कुरान में इमान न मिला

किसी को गीता में ज्ञान ना मिला 

उस बन्दे को आसमान में क्या रब मिलेगा 

जिसको इन्सान में इन्सान ना मिला

insan me insan na mila