Hindi Poetry
Ek Baat Kahoon
अगर तू वजह न पूँछे तो एक बात कहूँ !
बिन तेरे अब हमसे जिया नहीं जाता !!
Hindi Poetry
Dard Milta Hai
मज़िल-ए-मोहब्बत ना पूछो मेरे दोस्त !
बस दर्द, ही दर्द, बस दर्द मिलता है !!
अगर तू वजह न पूँछे तो एक बात कहूँ !
बिन तेरे अब हमसे जिया नहीं जाता !!
मज़िल-ए-मोहब्बत ना पूछो मेरे दोस्त !
बस दर्द, ही दर्द, बस दर्द मिलता है !!