Hindi Poetry
Hindi Poetry On Father
सुना है बाप जिन्दा हो तो कांटा भी नहीं चुभता
उंगली को पकड़ कर सिखलाता जब पहला कदम भी नहीं आता। नन्हे प्यारे बच्चे के लिए पापा ही सहारा बन जाता।
पापा हर फर्ज निभाते जीवन भर कर्ज चुकाते। बच्चे की एक खुशी के लिए अपने सुख भूल ही जाते

Poetry In Hindi
जिसकी किस्मत में लिखा हो रोना मुहसिन वो मुस्कुरा भी दें तो आंसू निकल आते हैं।
जमीन पर टिक नही सकते और बात आसमान की करते है
सुन जिंदगी आ बैठ "2" बाते करते है थक गयी होगी तू भी मुझे भगाते भगाते ।। "2"

Romantic Poetry In Hindi
उन्होंने गुफ्तगू क्या कर ली हमसे हाय धड़कनों ने उधम मचा दिया।
चाहूं भी तो भुला न पाऊं ऐसी उसकी रंगत हो होंठ जैसे शबनम से आँखों में झील की गहराई हो हो सब सी फिर भी सब से वो अलग हो हो उसकी चाहत ऐसी जैसे मरुस्थल की बारिश हो रचयिता: विजय सिंह दिग्गी

Hindi Poetry On Life
सरे आम आज मुझे ये शिकायत जिंदगी से क्यों मिलता नहीं मिजाज मेरा किसी से
आओ जिंदगी को गाते चले कुछ बातें मन की करते चलें रूठों को मनाते चलें

Short Poetry In Hindi
आम है सारा जहां। मेरे लिए खास है तू एक-एक तिनका जोड़ कर चिडिया अपना घर बनाती है। धूप हवा बारिश से अपना परिवार बचाती है। मेहनत से तुम ना घबराना हम सब को सिखलाती है। छोटे-छोटे हाथो से वह बड़े काम कर जाती है।
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Raat Subah Ka Intezaar Nahi
रात सुबह का इन्तजार नहीं करती
खुसबू मौसम का इन्तजार नहीं करती
जो ख़ुशी मिले उसका आनन्द लिया करो
क्युकी ज़िन्दगी वक़्त का इन्तजार नहीं करती
Jha Jaake Koi Wapas Nahi Aata
जहाँ जाके कोई वापस नहीं आता
ना जाने क्यों वहा जाने का दिल चाहता है

Ehsaas Badal Jate Hai
अहसास बदल जाते है बस और कुछ नहीं वरना
मोहब्बत और नफरत एक ही दिल से होती है

Tum Kaho To Bikhar Jaaenge
जो तुम बोलो तो बिखर जाएंगे
जो तुम बोलो तो सवर जाएंगे
मगर ये टूटना जुड़ना हमे तकलीफ देता है

Ek Ajeeb Sa Manzar
एक अजीब सा मंज़र नजर आता है
हर एक आँख में समुंदर नज़र आता है
कहा रखू शीशे सा दिल अपना
हर किसी के हाथ में पत्थर नज़र आता है
Unke Khayal Me Rona
उनकी आँखों में इस कदर का नूर है
उनके ख्यालो में रोना भी मन्जूर है
बेवफा भी नहीं कह सकते उन्हें क्यों की
प्यार तो हमने किया था वो तो बेकसूर है

Kitabe Ishq
किताब ऐ इश्क पढ़ रहा था मेरा भी उसमे नाम आया
मैंने अपने पन्ने का नाम खोला किस्मत देखो वही पन्ना फटा आया

Khud Pe Naaz Karna
ईश्क अगर अधुरा रह जाऍ तो खुद पर नाज करना
कहते है सच्ची मोहब्बत पुरी नही होती

Jeene Ke Khawab
सज़ा ये दी है कि आँखों से छीन लीं नींदें
क़ुसूर ये था कि जीने के ख़्वाब देखे थे

Har Aawaj Teri Hai
मेरी हर खुशी हर बात तेरी है
साँसो में छुपी ये हयात तेरी है
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिना
धड़कनो की धड़कती हर आवाज तेरी है

Hindi Poems On Life
किस हद तक जाना है ये कौन जानता है
किस मंजिल जाना है ये कौन जानता है
जिंदगी के दो पल है जी भर के जी लो
किस रोज बिछड़ जाना है ये कौन जानता है

Jab Tak Sans Hai

Teri Wafa Wafa Jana
तेरी वफ़ावफ़ा जाना
मेरी मोहब्बत कुछ भी नही
तेरा दर्ददर्द ठहरा
मेरे जख़्म कुछ भी नही
तेरी बाते पत्थर की लकिरमेरी इल्तज़ा कुछ भी नहीतुझमे आना समुंदर जैसामेरा मन कुछ भी नहीतेरा गमगम हुआमेरे आंसु कुछ भी नहीतेरा वजुद सब कुछ जानामेरी हस्ती कुछ भी नही
Maut Se Kahde
मौत से कह दो के हम से नाराजगी ख़तम कर ले अब'वो बहुत बदल गए है' जिसके लिए हम जिया करते हैं
Meri Koi Khata To Sabit Kar

Khali Kagaz
बहुत रोयी होगी वो खाली कागज देख कर
खत में उसने पुछा था ज़िंदगी कैसी बीत रही है
Hindi Poetry
जाने ये कैसा ज़हर दिलों में उतर गया
परछाईं ज़िंदा रह गई इंसान मर गया
Dard
लोग कहते हैं आपमुस्कुराते बहुत हैं
हम परेशां हैं अपनादर्द छुपाते छुपाते
Dhadkan
बहुत देर करदी तुमने मेरी धडकनें महसूस करने में
वो दिल नीलाम हो गया जिस पर कभी हकुमत तुम्हारी थी
Tootne Ki Wazah
मेरे टुटने की वजह मेरे जौंहरी से पुछो
उसी की जिद् थी कि मुझे थोड़ा और तराशा जाये
Aaram Nahi
घर भर की जिम्मेदारी और पल भर भी आराम नहीं
एक माँ बन पाना किसी आदमी के बस का काम नहीं
Sharafat Aaj Bhi Hai
किसी और के दीदार के लिए उठती नहीं ये आँखे
बेईमान आँखों में थोड़ी सी शराफ़त आज भी है
Daar Jane Se Kya Hoga
मुश्किल कोई आ जाए डर जाने से क्या होगा
जीने की तरकीब निकालो मर जाने से क्या होगा
Din Huaa To Raat Bhi Hogi
दिन हुआ है तो रात भी होगी
हो मत उदास कभी बात भी होगी
इतने प्यार से दोस्ती की है
जिन्दगी रही तो मुलाकात भी होगी
Waqt

Hindi Poetry Zindagi

Teri Chahat
तेरी चाहत तो मुकद्दर है मिले ना मिले
पर राहत जरुर मीलती है तुम्हे अपना सोचकर
Dard Ishq Ke Liae
काश किताबो में भी ये ज्ञान होता
के दर्द इ इश्क़ के लिए भी कोई इंतज़ाम होता
Aaj Ki Duniya Ne
क्या ख़ाक तरक़्क़ी की आज की दुनिया ने
मरीज़-ए-इश्क़ तो आज भी लाइलाज बैठे हैं

Hamari Adhuri Kahani
कुछ कहानियाँ अक्सर अधूरी रह जाती है
कभी पन्ने कम पड़ जाते हैकभी स्याही सुख जाती है

Ek Baat Kahoon
अगर तू वजह न पूँछे तो एक बात कहूँ
बिन तेरे अब हमसे जिया नहीं जाता
Hindi Poetry
बहुत तड़पाया है किसी की बेबस यादों ने
ऐ ज़िंदगी खत्म हो जा अब और तड़पा नहीं जाता

Dard Milta Hai
मज़िल-ए-मोहब्बत ना पूछो मेरे दोस्त
बस दर्द ही दर्द बस दर्द मिलता है