Hindi Poetry
unke khayal me rona
उनकी आँखों में इस कदर का नूर है
उनके ख्यालो में रोना भी मन्जूर है
बेवफा भी नहीं कह सकते उन्हें क्यों की
प्यार तो हमने किया था वो तो बेकसूर है

kitabe ishq
किताब ऐ इश्क पढ़ रहा था मेरा भी उसमे नाम आया
मैंने अपने पन्ने का नाम खोला किस्मत देखो वही पन्ना फटा आया

har aawaj teri hai
मेरी हर खुशी हर बात तेरी है,
साँसो में छुपी ये हयात तेरी है,
दो पल भी नहीं रह सकते तेरे बिना,
धड़कनो की धड़कती हर आवाज तेरी है.
