Poetry Tadka

Happy Thoughts

Wishwash Aur Ghamand

मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो 

उसकी परछाई हमेशा काली होती है 

मै बेहतर हूँ यह आप का विश्वाश है 

सिर्फ मै ही बेहतर हु ये घमण्ड है !!

wishwash aur ghamand

Sfaar Ka Iraada

ना पुछो की मंज़िल कहा है अभी तो 

बस सफ़र का इरादा किया है !

ना हारेंगे हौसला उमर भर किसी 

और से नही हमने खुद से ये वादा किया है !!

sfaar ka iraada

Es Duniya Me

कोई तालिम नहीं सीखी हमने इस दुनियां से !

हम आज भी सच बोलते हैं मासूम बच्चों की तरह !!

es duniya me

Kha Mangi Thi Kaynaat

कहाँ मांग ली थी कायनात जो इतनी मुश्किल हुई ऐ-खुदा !

सिसकते हुए शब्दों में बस एक शख्स ही तो मांगा था !!

kha mangi thi kaynaat

Marne Ke Naam Par

मरने के नाम पर जो रखती थी मेरे होंठों पर !

उंगलियाँ अफसोस कि वही मेरी दिल की क़ातिल निकलीं !!

marne ke naam par