Rose Day Shayari
Pagli To Gulab Ke Phool Jaisi Hai
Maine Kab Kaha Rose Day Shayari
मैंने कब कहा...तू मुझे गुलाब दे...
या फिर अपनी ....मोहब्बत से नवाज़ दे...
आज बहुत उदास है....मन मेरा.....
गैर बनके ही सही.....तू बस मुझे आवाज़ दे...!!
Gulab Khilte Hain Shayari
गुलाब खिलते रहे ज़िंदगी की राह् में,
हँसी चमकती रहे आप कि निगाह में.
खुशी कि लहर मिलें हर कदम पर आपको,
देता हे ये दिल दुआ बार–बार आपको.